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मुख्य घटनाक्रम: ब्रिटिश प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक भारत यात्रा

अक्टूबर 2025 में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की भारत यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय शुरू किया है। दो दिवसीय यात्रा के दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं जो आने वाले दशक में दोनों देशों के संबंधों की दिशा तय करेंगे।

रक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक सहयोग

4200 करोड़ रुपए की मिसाइल डील

भारत और ब्रिटेन के बीच सबसे महत्वपूर्ण समझौता 350 मिलियन पाउंड (लगभग 4200 करोड़ रुपए) की मिसाइल डील का है। इस समझौते के तहत:

लाइटवेट मल्टीरोल मिसाइल (LMM) भारतीय सेना को प्रदान की जाएंगी

ये मिसाइलें उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट स्थित थेल्स कंपनी द्वारा निर्मित होंगी

इस डील से ब्रिटेन में 700 नौकरियों का सृजन होगा

ये वही मिसाइलें हैं जो वर्तमान में यूक्रेन के लिए बनाई जा रही हैं

अन्य रक्षा सहयोग

भारतीय वायुसेना के फ्लाइंग प्रशिक्षक अब ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स में प्रशिक्षक के रूप में कार्य करेंगे

नौसेना के लिए विद्युत इंजन के विकास पर 250 मिलियन पाउंड का प्रारंभिक समझौता

उच्च शिक्षा में क्रांतिकारी सहयोग

9 ब्रिटिश विश्वविद्यालयों के कैंपस

प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि 9 ब्रिटिश विश्वविद्यालय भारत में अपने कैंपस स्थापित करेंगे:

स्थापित/स्वीकृत कैंपस:

साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी - गुरुग्राम (पहले से परिचालन में)

लिवरपूल यूनिवर्सिटी - बैंगलोर

यॉर्क यूनिवर्सिटी - मुंबई

एबरडीन यूनिवर्सिटी - मुंबई

ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी - मुंबई

लैंकास्टर यूनिवर्सिटी - बैंगलोर

सरे यूनिवर्सिटी - गिफ्ट सिटी, गुजरात

यह भारत में किसी भी विदेशी देश का सबसे बड़ा उच्च शिक्षा पदचिह्न है।

आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता

मुक्त व्यापार समझौता (FTA) की स्थिति

जुलाई 2025 में हस्ताक्षरित भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (CETA) का क्रियान्वयन एक वर्ष के भीतर हो जाने की उम्मीद है:

मुख्य विशेषताएं:

भारतीय निर्यात की 99% वस्तुओं को शून्य शुल्क पहुंच मिलेगी

ब्रिटिश निर्यात की 90% वस्तुओं पर शुल्क कम होंगे

2030 तक द्विपक्षीय व्यापार 120 बिलियन डॉलर तक बढ़ने का लक्ष्य

ब्रिटिश निवेश की घोषणा

स्टार्मर की यात्रा के दौरान 64 भारतीय कंपनियों ने ब्रिटेन में 1.3 बिलियन पाउंड का निवेश करने की घोषणा की है, जिससे 6,900 नई नौकरियां सृजित होंगी।

वीसा और प्रवासन मुद्दे

भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए वीसा कोटा

वर्तमान में भारत के 82,000 प्रोफेशनल्स को प्रतिवर्ष ब्रिटेन का वर्क वीसा मिलता है। भारत इसे 1.25 लाख करने की मांग कर रहा है। साथ ही भारतीय छात्रों के लिए वीसा कोटा भी वर्तमान के 92,000 प्रतिवर्ष से बढ़ाने की मांग है।

यंग प्रोफेशनल्स स्कीम

2025 में भारत के लिए 3,000 स्थान निर्धारित हैं इस योजना के तहत, जो 18-30 वर्ष के भारतीय नागरिकों को दो वर्ष तक ब्रिटेन में रहने और काम करने की अनुमति देती है।

प्रौद्योगिकी और नवाचार

क्रिटिकल मिनरल्स ऑब्जर्वेटरी

IIT-ISM धनबाद में यूके-इंडिया क्रिटिकल मिनरल्स सप्लाई चेन ऑब्जर्वेटरी का सैटेलाइट कैंपस स्थापित किया जाएगा:

उद्देश्य:

महत्वपूर्ण खनिजों की सुरक्षित आपूर्ति श्रृंखला निर्माण

हरित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा

खनन क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार

फिनटेक सहयोग

दोनों देशों ने यूके-इंडिया फिनटेक कॉरिडोर की स्थापना की घोषणा की है जो:

स्टार्टअप्स को पायलट और स्केल करने के अवसर प्रदान करेगा

लंदन स्टॉक एक्सचेंज और गिफ्ट सिटी के बीच सहयोग बढ़ाएगा

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में सहयोग

प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि AI सेफ्टी समिट की शुरुआत ब्रिटेन में हुई थी और अगले वर्ष AI इम्पैक्ट समिट भारत में होगा। भारत के लिए AI का अर्थ "ऑल इनक्लूसिव" है।

राजनीतिक-कूटनीतिक मुद्दे

खालिस्तान मुद्दा

प्रधानमंत्री मोदी ने स्टार्मर के समक्ष ब्रिटेन में सक्रिय खालिस्तानी तत्वों पर अंकुश लगाने का मुद्दा उठाया:

मुख्य बिंदु:

हिंसा और कट्टरपंथी तत्वों के लिए लोकतंत्र में कोई जगह नहीं

दोनों देशों के कानूनी ढांचे के अंतर्गत कार्रवाई की आवश्यकता

लोकतांत्रिक स्वतंत्रताओं का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए

भारत की आर्थिक संभावनाएं

2028 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, जर्मनी को पीछे छोड़कर:

प्रमुख अनुमान:

2028 तक GDP: 5.7 ट्रिलियन डॉलर

2035 तक GDP दोगुनी होकर: 10.6 ट्रिलियन डॉलर

अगले दशक में वैश्विक विकास में 20% योगदान

Vision 2035 रोडमैप

दोनों देशों ने Vision 2035 के तहत सहयोग के लिए 10 वर्षीय रोडमैप अपनाया है जिसमें शामिल है:

व्यापार और निवेश

प्रौद्योगिकी और नवाचार

रक्षा और सुरक्षा

जलवायु और ऊर्जा

स्वास्थ्य और शिक्षा

लोगों के बीच संबंध

परीक्षा की तैयारी के लिए इसका महत्व

UPSC मुख्य परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण पहलू:

अंतर्राष्ट्रीय संबंध (GS Paper-II):

भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों का विकास

मुक्त व्यापार समझौतों का प्रभाव

रक्षा सहयोग की रणनीतिक महत्ता

खालिस्तान मुद्दे की कूटनीतिक जटिलताएं

अर्थव्यवस्था (GS Paper-III):

FTA के आर्थिक प्रभाव और व्यापार संतुलन

भारत की वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार

महत्वपूर्ण खनिजों की रणनीतिक महत्ता

फिनटेक क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग

विज्ञान और प्रौद्योगिकी (GS Paper-III):

रक्षा प्रौद्योगिकी में सहयोग

AI में भारत-ब्रिटेन partnership

डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का वैश्विक विस्तार

मुख्य परीक्षा प्रश्न संभावनाएं:

"भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता भारत की आर्थिक कूटनीति के लिए कितना महत्वपूर्ण है? इसके संभावित फायदे और नुकसान का मूल्यांकन करें।"

"महत्वपूर्ण खनिजों की सुरक्षित आपूर्ति भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए क्यों आवश्यक है?"

"डिजिटल कूटनीति के युग में भारत की फिनटेक क्रांति कैसे इसकी सॉफ्ट पावर बढ़ा रही है?"

प्रीलिम्स के लिए तथ्य:

LMM मिसाइल डील: 350 मिलियन पाउंड

9 ब्रिटिश विश्वविद्यालय भारत में कैंपस

IIT-ISM धनबाद में क्रिटिकल मिनरल्स ऑब्जर्वेटरी

2028 तक भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

Vision 2035 रोडमैप

यह घटनाक्रम समसामयिक घटनाओं की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत की बदलती वैश्विक स्थिति, आर्थिक कूटनीति की नई दिशा, और रणनीतिक साझेदारी के विकास को दर्शाता है।