मेटा विवरण: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मैनचेस्टर में भारतीय कांसुलेट का उद्घाटन किया, भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर चर्चा की और शिक्षा व कनेक्टिविटी में नए अवसरों को उजागर किया।
भारत-यूके संबंध: बढ़ते सहयोग और नए अवसर
भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच संबंधों में नया मोड़ आ रहा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान दोनों देशों के गहरे होते संबंधों पर जोर दिया। इस यात्रा की एक प्रमुख उपलब्धि मैनचेस्टर में भारतीय कांसुलेट का उद्घाटन था, जिससे यूके में भारत की राजनयिक उपस्थिति और मजबूत होगी।
मैनचेस्टर में भारतीय कांसुलेट का उद्घाटन
जयशंकर ने यूके की उप प्रधानमंत्री एंजेला रेयनर और इंडो-पैसिफिक मंत्री कैथरीन वेस्ट की उपस्थिति में भारतीय कांसुलेट का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे भारत-यूके संबंधों के नए दौर की शुरुआत करार दिया।
"हम भविष्य में इस संबंध को और अधिक सशक्त होते हुए देख रहे हैं," - एस. जयशंकर
इस उद्घाटन की खास बात यह थी कि यह अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हुआ और विषाखा यादवंशी को मैनचेस्टर का नया कांसुल जनरल नियुक्त किया गया।
भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौता (FTA) पर तेजी से बातचीत
जयशंकर ने भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण बताया और इस पर हो रही प्रगति को रेखांकित किया।
"दुनिया के मौजूदा हालात को देखते हुए भारत-यूके संबंधों को और मजबूत करने की जरूरत है," - जयशंकर
FTA वार्ता से व्यापार, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और निर्माण क्षेत्र को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा।
भारत-यूके शिक्षा सहयोग: भारतीय कैंपस स्थापित करने की अपील
जयशंकर ने मैनचेस्टर विश्वविद्यालयों से भारत में अपने कैंपस खोलने का आग्रह किया। साउथहैम्पटन यूनिवर्सिटी पहले ही गुरुग्राम कैंपस में छात्रों के नामांकन की घोषणा कर चुकी है।
भारत-यूके के बीच नई हवाई सेवाएं: मैनचेस्टर से दिल्ली सीधी उड़ान
भारत और यूके के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए इंडिगो एयरलाइंस ने मैनचेस्टर-नई दिल्ली सीधी उड़ान की घोषणा की है, जो जुलाई 2025 से शुरू होगी। इससे व्यापार, पर्यटन और छात्रों के लिए यात्रा आसान होगी।
भारतीय प्रवासियों के लिए सहायता केंद्र (Pravasi Bharatiya Sahayata Kendra)
जयशंकर ने यूके में भारतीय प्रवासियों के लिए पहले Pravasi Bharatiya Sahayata Kendra की स्थापना की घोषणा की, जो प्रवासियों को मदद और समर्थन प्रदान करेगा।
राजनयिक चुनौतियों पर भारत की प्रतिक्रिया
जयशंकर की यात्रा के दौरान प्रो-खालिस्तान प्रदर्शनकारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। हाल ही में लंदन में एक प्रदर्शनकारी ने भारतीय झंडे जैसा कपड़ा फाड़ दिया। भारत सरकार ने इसके खिलाफ यूके के कार्यवाहक उच्चायुक्त को समन जारी किया।
इसके बावजूद, दोनों देश कूटनीतिक मुद्दों को सुलझाने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
निष्कर्ष: भारत-यूके संबंधों का नया युग
जयशंकर की यात्रा ने भारत-यूके रणनीतिक और आर्थिक सहयोग को नई गति दी है। व्यापार, शिक्षा, प्रवासी सहायता और हवाई कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान देने से दोनों देशों के संबंधों में नया मोड़ आने की उम्मीद है।
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By Team Atharva Examwise #atharvaexamwise