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अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ फैसले से वैश्विक व्यापार हिल गया। जानिए इसका असर और परीक्षा दृष्टिकोण से महत्त्व। करेंट अफेयर्स मार्च 2025।

ट्रंप की टैरिफ नीति: भारत और विश्व के लिए क्या मायने रखती है | Atharva Examwise करेंट न्यूज़

2 अप्रैल 2025 से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारी आयात शुल्क (टैरिफ) लगाना शुरू कर दिया है, जो अमेरिका के पिछले 100 वर्षों में सबसे बड़ा संरक्षणवादी बदलाव माना जा रहा है। इसके चलते वैश्विक शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई। आइए समझते हैं ट्रंप की मंशा क्या है, यह सिलसिला कैसे शुरू हुआ और इसका भारत और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा।

अब तक ट्रंप ने क्या कदम उठाए?

ट्रंप ने अमेरिका के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों — चीन, कनाडा और मैक्सिको — को टारगेट करते हुए कई चरणों में टैरिफ लगाए:

फरवरी 2025: चीन से आयात पर 10% टैरिफ

मार्च 2025: इसे बढ़ाकर 20% कर दिया गया

मार्च 2025: कनाडा और मैक्सिको से आने वाले अधिकांश सामानों पर 25% शुल्क

12 मार्च 2025: स्टील और एल्युमिनियम के आयात पर 25% टैरिफ

26 मार्च 2025: वाहनों और उनके पुर्जों पर 25% शुल्क

कुछ टैरिफ बाद में कनाडा और मैक्सिको के राजनयिक प्रयासों के चलते आंशिक रूप से वापस लिए गए

ट्रंप टैरिफ क्यों लगा रहे हैं?

ट्रंप के इस "टैरिफ एजेंडा" के पीछे तीन मुख्य उद्देश्य हैं:

अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग (उत्पादन) को बढ़ावा देना

सरकारी राजस्व में वृद्धि करना

अन्य देशों पर राजनयिक दबाव बनाना

खास तौर पर मैक्सिको से अवैध प्रवास और मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के प्रयासों को भी इसका आधार बनाया गया।

क्या यह रणनीति बिल्कुल नई है?

नहीं। अमेरिका में भारी टैरिफ लगाने की परंपरा रही है, खासकर 20वीं सदी की शुरुआत में। लेकिन 1930 के दशक में महामंदी (Great Depression) के बाद इससे दूरी बना ली गई थी, क्योंकि इससे प्रतिशोधात्मक टैरिफ (जवाबी शुल्क) का सिलसिला शुरू हुआ और वैश्विक व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ।

अब ट्रंप उसी पुरानी नीति को नए अंदाज में फिर से लागू कर रहे हैं।

🇨🇳 ट्रंप की टैरिफ नीति में चीन क्यों केंद्र में है?

चीन आज एक वैश्विक आर्थिक शक्ति बन चुका है

सरकारी सब्सिडी देकर घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देना और विदेशी कंपनियों को टेक्नोलॉजी साझा करने के लिए मजबूर करना, ट्रंप के निशाने पर है

अमेरिका में पहले फ्री ट्रेड (मुक्त व्यापार) को समर्थन प्राप्त था, लेकिन चीन की बढ़ती ताकत ने इस सहमति को तोड़ दिया

ट्रंप इसे अनुचित व्यापार नीति मानते हैं और इसे बदलना चाहते हैं

🇺🇸 अमेरिका पर इसका क्या असर पड़ेगा?

जहां एक ओर उद्देश्य रोजगार को बढ़ावा देना है, वहीं कई नकारात्मक प्रभाव भी देखे जा सकते हैं:

येल यूनिवर्सिटी का अनुमान है कि यदि चीन, कनाडा और मैक्सिको पर समान टैरिफ लागू हो जाते हैं, तो हर अमेरिकी परिवार को प्रति माह ₹1.7 लाख तक का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है

वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर निर्भर अमेरिकी कंपनियों को घाटा हो सकता है

वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे अमेरिकी उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ेगा

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रमुख तथ्य

विषय: अमेरिका की टैरिफ नीति 2025 — अंतरराष्ट्रीय व्यापार का बड़ा घटनाक्रम

प्रमुख देश: चीन, कनाडा, मैक्सिको

उद्देश्य: घरेलू उत्पादन, राजस्व वृद्धि, राजनयिक दबाव

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: 1930 के दशक में इस नीति से वैश्विक व्यापार गिरा था

आर्थिक प्रभाव: कीमतों में वृद्धि, व्यापार युद्ध की संभावना

भारत से संबंध: वैश्विक अस्थिरता का भारत के व्यापार पर असर हो सकता है

परीक्षा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

यह विषय UPSC, SSC, बैंकिंग और राज्य स्तरीय परीक्षाओं के लिए निम्नलिखित कारणों से बेहद जरूरी है:

अंतरराष्ट्रीय व्यापार और कूटनीति से संबंधित प्रश्न

वैश्विक आर्थिक नीतियों का विश्लेषण

करेंट अफेयर्स मार्च 2025

प्रतिदिन का सामान्य ज्ञान अपडेट (Daily GK Update)

यह आपको यह समझने में मदद करता है कि किस तरह एक देश की संरक्षणवादी नीति वैश्विक स्तर पर व्यापक प्रभाव डाल सकती है।

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