भारत का न्यूक्लियर एनर्जी मिशन: 2047 तक 100 GW लक्ष्य की ओर एक बड़ा कदम
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परमाणु ऊर्जा में भारत की नई उड़ान
भारत सरकार ने बजट 2025-26 में न्यूक्लियर एनर्जी मिशन की घोषणा की है, जिसके तहत ₹20,000 करोड़ के निवेश से भारत के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र को गति दी जाएगी। यह मिशन भारत की ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करने के साथ-साथ हरित ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वर्तमान स्थिति:
- भारत की मौजूदा परमाणु ऊर्जा क्षमता मात्र 8 GW है।
- सरकार ने इसे 2047 तक 100 GW तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
- छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMRs) इस मिशन का प्रमुख हिस्सा होंगे।
- निजी कंपनियों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए परमाणु ऊर्जा अधिनियम, 1962 और नागरिक परमाणु क्षति उत्तरदायित्व अधिनियम, 2010 में संशोधन किया जाएगा।
छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMRs) क्यों जरूरी हैं?
SMRs यानि Small Modular Reactors पारंपरिक परमाणु रिएक्टरों की तुलना में छोटे, अधिक कुशल और तेज़ी से स्थापित किए जा सकने वाले रिएक्टर हैं।
SMRs के फायदे:
✅ किफायती और कुशल: पारंपरिक रिएक्टरों की तुलना में कम लागत पर अधिक ऊर्जा उत्पादन।
✅ तेज़ी से इंस्टॉलेशन: मॉड्यूलर डिज़ाइन के कारण आसानी से असेंबल किए जा सकते हैं।
✅ हरित ऊर्जा समाधान: कोयला और अन्य जीवाश्म ईंधनों की तुलना में शुद्ध शून्य उत्सर्जन।
✅ ऊर्जा आत्मनिर्भरता: भारत को विदेशी ऊर्जा संसाधनों पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।
बिजली सुधार और स्वच्छ ऊर्जा के लिए सरकार का रोडमैप
भारत सरकार परमाणु ऊर्जा के साथ-साथ बिजली क्षेत्र में भी व्यापक सुधारों पर ध्यान दे रही है।
✅ राज्यों में बिजली वितरण सुधार
सरकार ने राज्यों से DISCOMs (बिजली वितरण कंपनियों) की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा है।
राज्यों को वितरण सुधार लागू करने पर GDP का 0.5% अतिरिक्त उधारी लेने की अनुमति दी जाएगी।
✅ स्वदेशी नवीकरणीय ऊर्जा निर्माण
भारत के राष्ट्रीय निर्माण मिशन (National Manufacturing Mission) के तहत निम्नलिखित क्षेत्रों में स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा:
- ग्रीन हाइड्रोजन के लिए इलेक्ट्रोलाइजर
- इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए लिथियम-आयन बैटरियां
- सोलर पैनल के लिए सोलर फोटोवोल्टिक सेल
- पवन ऊर्जा के लिए पवन टरबाइन
✅ स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्य:
- 2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा उत्पादन।
- नवीकरणीय ऊर्जा पर निर्भरता बढ़ाकर कार्बन उत्सर्जन कम करना।
भारत का 2047 ऊर्जा विजन: क्यों जरूरी है परमाणु ऊर्जा?
भारत में बढ़ती ऊर्जा मांग और जलवायु परिवर्तन को देखते हुए परमाणु ऊर्जा एक सुरक्षित, टिकाऊ और दीर्घकालिक समाधान बन सकता है।
✔ कोयला आधारित बिजली पर निर्भरता कम होगी।
✔ स्वच्छ और स्थायी ऊर्जा स्रोत के रूप में परमाणु ऊर्जा का विस्तार।
✔ निजी क्षेत्र की भागीदारी से भारत में उन्नत परमाणु तकनीक का विकास।
निष्कर्ष: भारत का न्यूक्लियर एनर्जी मिशन – 2047 तक 100 GW का लक्ष्य
भारत का न्यूक्लियर एनर्जी मिशन देश को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने के लिए एक क्रांतिकारी पहल है। छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMRs) के विकास और परमाणु अधिनियमों में संशोधन से यह क्षेत्र निजी निवेश और तकनीकी विकास के लिए खुलेगा।
सरकार का 2047 तक 100 GW परमाणु ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य भारत को स्वच्छ ऊर्जा क्रांति में एक वैश्विक नेता बना सकता है।
By : team atharvaexamwise