अमेरिका ने 17 साल बाद ब्रिटेन में अपने परमाणु हथियारों की तैनाती की योजना बनाई है। जानिए रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इस कदम के पीछे की रणनीति और वैश्विक परमाणु संतुलन पर इसका प्रभाव।
अमेरिका ने ब्रिटेन में परमाणु हथियार तैनात करने की योजना बनाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जहां एक ओर रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों में लगे हुए हैं, वहीं फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) की एक रिपोर्ट ने चौकाने वाला खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका दो दशक बाद ब्रिटेन में अपने परमाणु हथियारों की तैनाती करने की योजना बना रहा है।
ब्रिटेन के आरएएफ लैकेनहीथ बेस में परमाणु बंकरों का अपग्रेड
सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि सैफॉक स्थित RAF लैकेनहीथ एयरबेस में 22 परमाणु बंकरों को अपग्रेड किया गया है। इन बंकरों में अंडरग्राउंड चेंबर हैं, जिनमें से प्रत्येक में चार परमाणु हथियारों को रखा जा सकता है।
FAS की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने 2021 में ब्रिटेन में परमाणु क्षमता को पुनः सक्रिय करने का निर्णय लिया था। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद इस योजना को और तेजी से लागू किया गया।
रूस की प्रतिक्रिया: तनाव बढ़ाने वाला कदम
रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन ने अमेरिका के इस कदम को तनाव बढ़ाने वाला बताया और कहा कि रूस समय आने पर उचित जवाब देगा।
"हम इस उकसावे का उचित समय पर जवाब देंगे।" - रूस का आधिकारिक बयान।
वैश्विक परमाणु हथियारों की संख्या और शक्ति
फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स (FAS) के अनुसार, दुनिया के 9 देशों के पास कुल 12,000 से अधिक परमाणु हथियार हैं। इनमें सबसे ज्यादा 5,580 रूस और 5,044 अमेरिका के पास हैं।
परमाणु हथियारों की वैश्विक स्थिति:
देश | परमाणु हथियारों की संख्या |
---|---|
रूस | 5,580 |
अमेरिका | 5,044 |
चीन | 500 |
फ्रांस | 290 |
ब्रिटेन | 225 |
भारत | 172 |
पाकिस्तान | 170 |
इज़राइल | 90 |
उत्तर कोरिया | 50 |
इनमें से रूस (1,710), अमेरिका (1,670) और फ्रांस (290) ने अपने हथियार तैनात कर रखे हैं, जबकि भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार स्टोरेज में रखे गए हैं।
यूरोप में अमेरिकी परमाणु हथियारों की तैनाती
अमेरिका ने अपने 100 से अधिक परमाणु हथियार यूरोप में तैनात किए हैं, जो विभिन्न नाटो (NATO) सैन्य ठिकानों में रखे गए हैं।
प्रमुख अमेरिकी परमाणु हथियार ठिकाने:
इटली
तुर्किये
बेल्जियम
नीदरलैंड
जर्मनी
ये सभी बी61-12 प्रकार के परमाणु बम हैं, जिनकी क्षमता 50 किलोटन तक है, जो हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 3 गुना अधिक शक्तिशाली हैं।
ब्रिटेन का आरएएफ लैकेनहीथ एयरबेस: एक महत्वपूर्ण सैन्य ठिकाना
RAF लैकेनहीथ ब्रिटेन में अमेरिकी वायुसेना का सबसे बड़ा बेस है और यूरोप के प्रमुख सैन्य ठिकानों में से एक माना जाता है। यहां तैनात प्रमुख लड़ाकू विमान:
F-15E स्ट्राइक ईगल
F-35A लाइटनिंग II
अमेरिका के इस कदम से पश्चिमी देशों की सुरक्षा रणनीति को मजबूती मिलेगी, जबकि रूस को अपनी सैन्य रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा।
रूस की प्रतिक्रिया: बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात
अमेरिका के जवाब में रूस ने अपने कुछ परमाणु हथियार पश्चिमी बेलारूस में तैनात कर दिए हैं। इससे यूरोप में सैन्य तनाव और बढ़ सकता है।
निष्कर्ष: वैश्विक सुरक्षा पर अमेरिका-रूस तनाव का प्रभाव
अमेरिका की ब्रिटेन में परमाणु हथियार तैनात करने की योजना और रूस की बेलारूस में जवाबी तैनाती से वैश्विक सुरक्षा संतुलन प्रभावित हो सकता है। यह कदम न केवल यूरोप बल्कि पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय है।
भारत जैसी गैर-संलग्न देशों की रणनीति इस परिस्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
अमेरिका परमाणु हथियार, ब्रिटेन में परमाणु तैनाती, रूस-यूक्रेन युद्ध, डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिका-रूस संबंध, नाटो सुरक्षा रणनीति, परमाणु हथियारों की संख्या, RAF लैकेनहीथ बेस।
By Team Atharva Examwise #atharvaexamwise